Friday, 4 September 2020

चौपाई

 

                            । । चौपाई ।।


                                  वंदना

                                 ______


सुनो प्रभु तुम विनती हमारी । हाथ जोड़ करूँ जय तुम्हारी ।।

काम,क्रोध ,मद ,लोभ अपारा । दूर करो ये दोष हमारा ।।


मालिक तुम हम दास तुम्हारा । तुम करते सबका उद्धारा ।।

हमरो करहू तुम उद्धारा ।     सविनय है बस यही हमारा ।।


हम निर्बल हैं तुम बलवाना ।  तुमसे होत जगत कल्याना ।।

हमरो करहू तुम कल्याना ।   अर्ज एक है देहुँ तुम ध्याना ।।


हममें है सब दुर्गुण भारी ।   एक तुम्ही हो बस सदाचारी ।।

दूर करो सब दोष बिहारी ।।  अरदास ये तुमसे हमारी ।।


तुम दीप हो जगत अँधियारा ।  तुमसे जग में है उजियारा ।।

हमें भी तुम ज्योति दो साईं ।   सबकी तुमसे यही दुहाई ।।


तुम रहते प्रसन्न हर बारा ।   बाकी जगत सदा दुखियारा ।।

दूर करो सबकी बदहाली ।   यही मांग रहे  हम कपाली ।।


भक्ति भाव ना जाने कोई ।   पूजा पाठ न हमसे होई ।।

हमें सद्गुण तुम देहुँ कोई ।   अर्चना करें ये सब कोई ।।


क्षमा करो सब पाप हमारे ।  शरण में हैं अब हम तुम्हारे ।।

सदगति हमें दे धनुर्धारी ।   यह प्रार्थना है अब हमारी।।


                                   

                                                दिलीप कुमार


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